केरू आदर्श स्कूल से शुरू हुई शोभायात्रा गांव के प्रमुख स्थलों से होती हुई पुनः वहीं आकर संपन्न हुई, जिसमें शामिल हुए प्रमुख गणमान्य व्यक्ति और समाजसेवी।
धर्म, संस्कृति और सामाजिक समरसता का अनूठा संगम
जोधपुर। रविवार को रामनवमी के पावन पर्व पर केरू गांव में अद्भुत और भव्य रामनवमी शोभायात्रा का आयोजन किया गया। हजारों श्रद्धालुओं ने इस शोभायात्रा में भाग लेकर भगवान राम के प्रति अपनी आस्था और श्रद्धा का प्रदर्शन किया। शोभायात्रा की शुरुआत केरू आदर्श स्कूल से हुई और श्रीराम स्कूल, मुख्य बाजार, संस्कृत स्कूल और रामद्वारा होते हुए पुनः आदर्श स्कूल पर आकर समापन हुआ।
शोभायात्रा में लगभग 1000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। श्रीराम स्कूल में बच्चों ने भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों पर आधारित मनमोहक झांकियाँ प्रस्तुत कीं, जिन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। मुख्य बाजार में स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने फूलों की वर्षा कर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया। संस्कृत स्कूल और रामद्वारा में धार्मिक मंत्रोच्चारण और भजन-कीर्तन का मधुर वातावरण शोभायात्रा को और भी आध्यात्मिक बनाता गया। पूरे मार्ग को रंग-बिरंगे झंडों, पोस्टरों और झांकियों से सजाया गया था, जो देखने में बेहद आकर्षक लग रहा था।
इस शोभायात्रा में कई गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए, जिनमें मुख्य अतिथि के रूप में संत श्री रामविचार जी महाराज (कुड़ी आश्रम), संत श्री जगदीश जी महाराज (राम आश्रम पोपावास), डॉक्टर राम गोयल (श्री राम हॉस्पिटल) और महेंद्र सिंह राजपुरोहित तिंवरी शामिल थे। आदर्श स्कूल परिसर में आयोजित समापन सभा में केरू, बड़ली, मोकलाव, मेगलासिया, बम्बोर पोपावास, घंटियाला, लोरडी, चामुण्डा, सालोङी, बासनी सेफ़ा आदि आसपास के गांवों के प्रमुख समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों ने युवाओं में धर्म के प्रति जागरूकता को सराहा। पुलिस प्रशासन ने भी शोभायात्रा में बेहतरीन सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की।
यह भव्य आयोजन केरू गांव की धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता का एक जीवंत उदाहरण है। इस आयोजन ने एक बार फिर साबित किया कि केरू गांव की जनता अपने धर्म और संस्कृति के प्रति कितनी समर्पित है।
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