450 से अधिक झांकियाँ, ओडिशा-आंध्रप्रदेश के लोक कलाकारों का जलवा, पर्यावरण व सामाजिक समरसता का संदेश
केन्द्रीय मंत्री सहित गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ भव्य आयोजन
जोधपुर। विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित रामनवमी महोत्सव समिति ने रविवार को जोधपुर में एक भव्य रामनवमी शोभा यात्रा का आयोजन किया। सुबह 10 बजे घंटाघर से शुरू हुई इस शोभायात्रा में 450 से अधिक झांकियों ने शहर को राममय बना दिया। भगवान श्रीराम के जयकारों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा।
शोभायात्रा में शामिल झांकियों ने सामाजिक समरसता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। ओडिशा के गोटी पुआ और डोकरा नृत्य, आंध्र प्रदेश की कुचीपुड़ी, गुजरात के गरबा, राजस्थान के बाड़मेर की गेर, उज्जैन की महाकाल टोली, काशी घाट की मसान होली और बिश्नोई समाज की पर्यावरण जागरूकता झांकियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। जोधपुर के पांचथी रोड स्थित लखारा समाज युवा संगठन ने केदारनाथ मंदिर की एक भव्य झांकी प्रस्तुत की, जो थर्माकोल और ऑपल पेंट से तैयार की गई थी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के शताब्दी महोत्सव के कार्यक्रमों को भी झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।
घंटाघर पर आयोजित ध्वजारोहण समारोह में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल और राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे ने मुख्य वक्ता के रूप में समारोह को संबोधित किया।
शोभायात्रा घंटाघर से प्रस्थान कर कन्दोई बाजार, सिटी पुलिस, आडा बाजार, कुम्हारिया कुआं, बालवाड़ी, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग और सरदारपुरा बी रोड होते हुए सत्संग भवन पहुँची जहाँ इसका समापन हुआ। यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखी गई।
रामनवमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ. पप्पूराम ने बताया कि इस शोभायात्रा का उद्देश्य हिंदुत्व की भावना को जागृत करना और हिंदू जन को एकजुट करना था। इस वर्ष विशेष ध्यान रखा गया कि शोभायात्रा पूरी तरह से कचरा मुक्त रहे। हर ट्रैक्टर पर कचरा एकत्रित करने के लिए बैग लगाए गए थे और लोगों से अपील की गई कि वे कचरा सड़क पर न फेंके।
Post A Comment:
0 comments: