शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब, शहर भर में रही भक्तिमय रौनक

दिन में लोटियों के मेले ने बढ़ाई रौनक

जोधपुर शहर में चैत्र शुक्ल तृतीया पर गवर माता की भव्य शोभायात्रा का साक्षी बना। सोमवार शाम को सिरे बाजार से निकली इस शोभायात्रा ने शहर में भक्तिमय रौनक भर दी।  शाम होते ही सड़कों के दोनों किनारे और छतों पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी, गवर माता की झांकी देखने के लिए लोग उत्सुक नज़र आ रहे थे।

शोभायात्रा में ट्रैक्टरों और बग्गियों पर सजी विभिन्न झांकियाँ आकर्षण का केंद्र रहीं। खाटू श्याम, शिव बारात, राधा-कृष्ण, शिव-पार्वती और दुर्गा माता जैसी मनमोहक झांकियाँ गाजे-बाजे के साथ चल रही थीं। एक खास आकर्षण थी क्राउन से सजी सुंदर बग्गी जिसमें गवर माता के आगे सुहागिन महिला का स्वांग बनाये अमित बोहरा और यश भूतड़ा घुड़ला लेकर चल रहे थे।
शहर के भीतरी इलाके पैला मूंदड़ों की गली से गणगौर मेला कमेटी के तत्वावधान में यह धार्मिक शोभायात्रा शुरू हुई। गवर माता की झांकी स्वर्ण आभूषणों से सजी हुई थी। शोभायात्रा के दर्शन को लेकर शहरवासियों में जबरदस्त उत्साह दिखा।  संयोजक अशोक भैया और मदन मोहन भैया ने बताया कि शोभायात्रा पुंगलपाड़ा, हट्टड़ियों का चौक, कबूतरों का चौक, जालोरी गेट, बालवाड़ी स्कूल, खाण्डा फलसा, आडा बाजार, सर्राफा बाजार, कपड़ा बाजार, सिटी पुलिस, त्रिपोलिया बाजार होते हुए घण्टाघर पहुँची, जहाँ विश्राम के बाद माणक चौक, लखारा बाजार होते हुए राखी हाउस पहुँची। रास्ते में विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों और गवर समितियों ने शोभायात्रा का स्वागत किया। गवर माता को भोलावनी तक विराजमान किया जाएगा।

होली के दूसरे दिन से शुरू हुए गणगौर पूजन का समापन सोमवार को हुआ और सोमवार से ही अगले पखवाड़े तक धींगा गवर पूजन की शुरुआत हो गई है।

दिन में गणगौर तीज पर लोटियों के मेले का भी खास आकर्षण रहा। गवर पूजन करने वाली तीजणियाँ गाजे-बाजे के साथ पास के कुओं और तालाबों से पवित्र जल भरकर गवर माता को अर्पित करती नज़र आईं।

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