श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित 16 दिवसीय सामूहिक गणगौर पूजा का समापन
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार वितरण के साथ होगा मेले का समापन
जोधपुर। शहर में आज 16 अप्रैल को ब्रह्मपुरी भागीपोल पर धींगा गवर मेला का आयोजन किया जा रहा है। श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज जोधपुर द्वारा आयोजित 16 दिवसीय सामूहिक गणगौर पूजा के अंतिम दिन, शाम को स्वर्णाभूषणों से सजी गवर की भव्य झांकी निकाली जाएगी। यह जोधपुर में मनाया जाने वाला एक अनूठा त्योहार है, जिसे स्थानीय लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
समाज अध्यक्ष महेन्द्र बोहरा और मंत्री नरेंद्र राज बोहरा ने बताया कि ब्रह्मपुरी भागीपोल पर 12x18 के विशाल रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए एक स्टेज बनाया गया है, जो हाई-फाई साउंड सिस्टम से सुसज्जित है। पूरे क्षेत्र को आकर्षक रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, जिससे मेले का माहौल और भी जीवंत हो गया है।
इस वर्ष, पिछले कई वर्षों से गवर माता की पूजा करने वाली शोभा दवे को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। बेस्ट स्वांग रचने के लिए पूर्णिमा जोशी और सर्वश्रेष्ठ गणगौर गीत गायन के लिए अरुणा दवे को पुरस्कार दिए जाएँगे। महिला मंडल की सरला ओझा ने बताया कि मेले में स्वांग रच आने वाली सभी तीजणियों के समूह द्वारा स्टेज पर गणगौर गीतों की प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी और उन्हें समाज की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर विशेष रूप से तैयार 'मोई' की प्रसादी गवर माता को भोग लगाई जाएगी। समाज के कई सदस्य जैसे माधव जोशी, तोष दवे, ओमप्रकाश बोहरा, राजकुमार बोहरा, काली चरण ओझा, गिरिश जोशी, रवि कुमार दवे, प्रदीप कुमार बहुरा, सुरेंद्र कुमार दवे, नागेंद्र दवे, नरेंद्र त्रिवेदी, कृष्णावतार दवे, भावेश ओझा, भुवनेश्वर ओझा, आदित्य दवे, ऋतिक व्यास, मुरली मनोहर ओझा आदि मेले की व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं।
मेले की पूर्व संध्या पर खाटूश्याम जी का स्वांग रचकर पूजन स्थल पर पहुँची श्रीमती पूर्णिमा जोशी का मातृशक्ति ने हार्दिक स्वागत किया और गवर ईशर के गीतों की सरिता बहाई।
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