Unique Holi celebration of Shrimali Brahmin Samaj: 'Shilil Gali Gayan' captivated the audience. श्रीमाली ब्राह्मण समाज का अनोखा होली समारोह।

80 साल पुरानी परंपरा का जीवंत प्रदर्शन, दो दिग्गजों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

चंचल कुमार दवे और स्व. विश्वेश्वर दत्त व्यास सम्मानित

जोधपुर होली के पावन पर्व पर जोधपुर के श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने एक अनोखा कार्यक्रम आयोजित कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। चांदपोल स्थित समाज भवन शिवबाड़ी में आयोजित इस होली स्नेह मिलन समारोह में 'श्लील गाली गायन' की 80 साल पुरानी परंपरा का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में युवा पीढ़ी ने नई गालियों का संगीतबद्ध समावेश कर इस परंपरा को एक नया आयाम दिया।

इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। पचास वर्षों से इस अनोखी परंपरा को जीवित रखने वाले चंचल कुमार दवे को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हेमंत घोष ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। इसी क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए स्वर्गीय विश्वेश्वर दत्त व्यास को मरणोपरांत यह सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में सत्तू भाई बोहरा, ऋषि कुमार त्रिवेदी, अनिल दवे, माधव जोशी, ओमप्रकाश बोहरा, तोष दवे, प्रदीप कुमार बहुरा, सतीश ओझा, रवि दवे, भानु प्रताप बोहरा, राजकुमार बोहरा, नरेंद्र त्रिवेदी, सुरेंद्र कुमार दवे, नरेंद्र कुमार ओझा, आदित्य श्रीमाली, मुरली मनोहर ओझा, कृष्णावतार दवे, सरला ओझा, शारदा श्रीमाली और सिप्पी दवे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

समाज के अध्यक्ष महेन्द्र बोहरा और मंत्री नरेंद्र राज बोहरा ने बताया कि रमन लाल त्रिवेदी और पंडित गोपाल ओझा के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। इसके बाद प्रेम प्रकाश दवे, धर्मेंद्र बोहरा, विरेन्द्र राज जोशी, राजीव जोशी, जितेन्द्र राज जोशी, प्रेम दत्त ओझा, रमेश बोहरा, सुरेंद्र कुमार त्रिवेदी, हेमंत व्यास, मुकेश बोहरा और गोपाल भट्ट ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों में पारंपरिक और नवीन गीतों का अनोखा संगम देखने को मिला, जिसने उपस्थित लोगों को खूब झुमाया। अंत में सभी ने मिल कर पारम्परिक होरियों के गीत गाए।

श्रीमाली ब्राह्मण समाज का यह अनोखा होली समारोह अपनी अनूठी परंपरा और जीवंतता के लिए याद रखा जाएगा। यह कार्यक्रम न सिर्फ समाज की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है बल्कि इसे आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।

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