शहर के कृष्ण मंदिरों में धार्मिक आयोजनों का हुआ आयोजन, पाण्ड्य नृत्य ने खींचा भक्तों का ध्यान
केसर होली और पाण्ड्योजी नृत्य ने रंगपंचमी को बनाया खास
जोधपुर। शहर में चैत्र कृष्णा पंचमी के पावन अवसर पर बुधवार को रंगपंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। होली के पांच दिन बाद मनाए जाने वाले इस पर्व पर शहर के विभिन्न कृष्ण मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भीतरी शहर के प्रसिद्ध गंगश्याम जी मंदिर में तो उत्साह का अद्भुत नजारा देखने को मिला। भक्तों ने एक दूसरे पर रंगों की बौछार कर होली खेली और पर्व का जश्न मनाया।
गंगश्यामजी मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था। धार्मिक आयोजनों की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया था। शाम को भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया और केसर होली का आयोजन हुआ। मंदिर के पुजारियों, मुरली मनोहर और पुरुषोत्तम शर्मा ने पिचकारी से भक्तों पर केसरिया रंग और गुलाल उड़ाया। इसके बाद मंदिर परिसर को साफ पानी से धोया गया।
रंगपंचमी का मुख्य आकर्षण रहा पांड्या नृत्य। पिछले कई सालों से चली आ रही इस परंपरा को इस बार भी जारी रखा गया। मंदिर परिसर में आयोजित इस नृत्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित हुए। मंदिर पुजारी पुरुषोत्तम शर्मा पाण्ड्योजी और सौरभ शर्मा पाण्ड्वी की भूमिका में नजर आए। पाण्ड्योजी नृत्य के साथ ही मंदिर में 45 दिनों से चल रहे फागोत्सव, कुसुमोत्सव, रंगोत्सव और होरियों का समापन भी हो गया।
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