पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2025: मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन, भव्य आयोजन की तैयारियाँ पूरी
पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2025: मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन, भव्य आयोजन की तैयारियाँ पूरी
रामलीला मैदान में 9 से 19 जनवरी तक चलेगा मेला, 700 से ज़्यादा स्टॉल, "स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी" और भेंट द्वारका थीम मुख्य आकर्षण
जोधपुर। पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा उद्योग और हस्तशिल्प उत्सव 2025 का आयोजन 9 जनवरी से 19 जनवरी तक जोधपुर के रामलीला मैदान में आयोजित होने जा रहा है। इस भव्य मेले का शुभारंभ कल, 9 जनवरी को शाम 4 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत करेंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान के विधि एवं न्यायमंत्री जोगाराम पटेल और उद्योग राज्यमंत्री के.के. विश्नोई मौजूद रहेंगे।
मेले में 714 स्टॉल्स के लिए बनाए गए 15 डोम:
भेंट द्वारका थीम पर तैयार डोम में भेंट द्वारका के दर्शन होंगे साकार:
मेले का एक मुख्य आकर्षण होगा "भेंट द्वारका" थीम पर आधारित एक विशाल डोम (80*170 वर्गफ़ीट)। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्य संयोजक घनश्याम ओझा ने बताया कि इस डोम में भेंट द्वारिका के मार्ग की तरह एक सुरंग बनाई गई है। इस टनल में प्रवेश करने के साथ ही हर किसी को यह एहसास होगा कि वह भेंट द्वारका की ही यात्रा कर रहा है। जिसमें भेंट द्वारकाधीश का मंदिर भी शामिल है। इस सुरंग में समुद्री जीवों और वनस्पतियों का भी जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे दर्शकों को वास्तविक भेंट द्वारका के अनुभव का आभास होगा।
30 फीट ऊँची सरदार वल्लभभाई पटेल की "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" की प्रतिमा:
20 फीट ऊँची शिव प्रतिमा:
प्रतिदिन रक्तदान शिविर:
रक्तदान महादान के संकल्प को आम जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से लायंस क्लब ऑफ जोधपुर ग्रेटर के सहयोग से प्रतिदिन रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएँ:
रोज़ाना प्रतियोगिताओं की धूम:
यह मेला केवल मनोरंजन का ही नहीं, बल्कि प्रतिभाओं को निखारने का भी एक अनोखा मंच है। प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी:
* 10 जनवरी: पूजा थाली सजावट और ब्लॉक प्रिंटिंग प्रतियोगिता।* 11 जनवरी: गीता बाल संस्कार प्रतियोगिता।
* 12 जनवरी: दो आयु वर्गों में रोमांचक शतरंज प्रतियोगिता।
* 13 जनवरी: अग्नि रहित पाक कला (फायरलेस कुकिंग) प्रतियोगिता और एक आकर्षक फैशन शो।
* 14 जनवरी: सुरीली आवाज़ों का संगम – गायन प्रतियोगिता और पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता।
* 15 जनवरी: मेहँदी प्रतियोगिता और मनोरंजक गेम वाली गपशप प्रतियोगिता।
* 16 जनवरी: बच्चों की रंगीन और मनमोहक फ़ैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता।
* 17 जनवरी: मारवाड़ी रजवाड़ी पहनावे पर आधारित एक भव्य फैशन प्रतियोगिता।
* 18 जनवरी: "मैं हूँ अहिल्याबाई" - एकल अभिनय का शानदार कार्यक्रम।
हर शाम सांस्कृतिक संध्या का जादू:
* 9 जनवरी: रविंद्र जाणी एंड पार्टी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्टैंड-अप कॉमेडी शो।
* 10 जनवरी: मध्य प्रदेश उज्जैन के प्रसिद्ध भजन गायक मनोज रिया द्वारा भगवान महादेव पर विशेष प्रस्तुति।
* 11 जनवरी: प्रख्यात कवियित्री अनामिका जैन "अंबर" (मेरठ) द्वारा राष्ट्रीय भक्ति गीतों की प्रस्तुति।
* 12 जनवरी: मुंबई के चित्रलेखा सैन एंड पार्टी द्वारा फिल्मी गीतों पर मनमोहक प्रस्तुति।
* 13 जनवरी: जगदीश हर्ष की टीम द्वारा भजन संध्या।
* 14 जनवरी: गुरप्रीत सिंह (मुंबई) की टीम और सुप्रसिद्ध गायक साईं राम अय्यर द्वारा म्यूजिकल नाइट।
* 15 जनवरी: राजस्थानी लोक कलाकारों की जीवंत प्रस्तुतियाँ।
* 16 जनवरी: महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की छात्राओं द्वारा फैशन शो।
* 17 जनवरी: गायक बी मुकेश और आकाश द्वारा रफी और किशोर कुमार के पुराने फिल्मी गीतों पर प्रस्तुति।
* 18 जनवरी: विराट कवि सम्मेलन।
ज्ञान और व्यापार का संगम – रोजाना व्यावसायिक संगोष्ठियाँ:
यह मेला व्यावसायिक विकास के अवसर भी प्रदान करेगा। 10 जनवरी से 18 जनवरी तक, प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा:
* 10 जनवरी: एग्री बिज़नेस* 11 जनवरी: सीएसआईआर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
* 12 जनवरी: डिजिटल डिटॉक्स और साइबर अवेयरनेस
* 13 जनवरी: सहकारिता एवं उद्यम
* 14 जनवरी: बिज़किड्स: "ए जर्नी टुवर्ड्स बिगिनिंग एन एंटरप्रेन्योर"
* 15 जनवरी: माइन्स एंड मिनिरल्स
* 16 जनवरी: पॉल्यूशन कंट्रोल
* 17 जनवरी: आईआईएम मुंबई द्वारा न्यू बिज़नेस अपॉर्चुनिटी
* 18 जनवरी: डायरेक्ट टैक्स
यह दस दिवसीय मेला वाकई में एक यादगार अनुभव होने वाला है। 9 जनवरी से आयोजित होने वाले इस मेले में 10 जनवरी से 18 जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे तक महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न भारतीय संस्कृति से जुड़ी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी और विजेताओं को पुरस्कार भी दिए जाएँगे। मेले में प्रतिदिन व्यापारिक सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। यह मेला पश्चिमी राजस्थान के उद्योगों और हस्तशिल्पों को प्रदर्शित करने और प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। आयोजकों ने मेले की पूरी तैयारी कर ली है और बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें