तीन बेहतरीन नाटकों का मंचन जोधपुर में
जय नारायण व्यास स्मृति भवन में 3 से 5 जनवरी तक होगा रंगारंग नाट्य समारोह
जोधपुर। शहरवासियों के लिए खुशखबरी! जोधपुर का जय नारायण व्यास स्मृति भवन 3 से 5 जनवरी 2025 तक भारतीय रंगमंच की तीन बेहतरीन नाट्य प्रस्तुतियों का गवाह बनेगा। यह आयोजन राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी), नई दिल्ली की रेपर्टरी कंपनी के संयुक्त प्रयास से हो रहा है। हीरक जयंती राष्ट्रीय नाट्य समारोह के तहत आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ कला की गहरी समझ और संवेदनशीलता का अनुभव होगा।
राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की सचिव डॉ. सरिता फिडौदा ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रतिदिन सायं 7:00 बजे टाउन हॉल में आयोजित किया जाएगा और प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क होगा। एनएसडी अपनी 60वीं वर्षगांठ "रंग षष्ठि" के उपलक्ष्य में देशभर में अपने नाटकों का मंचन कर रहा है, और जोधपुर इस आयोजन का हिस्सा बनने जा रहा है।
नाटकों की जानकारी:
* 3 जनवरी, 2025 "बंद गली का आखिरी मकान" यह नाटक धर्मवीर भारती द्वारा लिखित है और देवेन्द्र राज अंकुर द्वारा निर्देशित है।
* 4 जनवरी, 2025 "माई री मैं का से कहूँ" विजयदान देथा द्वारा लिखित यह नाटक अजय कुमार द्वारा निर्देशित किया जाएगा।
* 5 जनवरी, 2025 "बाबूजी" मिथिलेश्वर की कहानी पर आधारित यह संगीतमय नाटक विभांशु वैभव द्वारा नाट्य रूपांतरित किया गया है और प्रसिद्ध निर्देशक बी.वी. कारंथ द्वारा अभिकल्पित है।
डॉ. फिडौदा ने बताया कि ये सभी नाटक भारतीय रंगमंच के महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नाटकों में से हैं और दर्शकों को एक यादगार अनुभव प्रदान करेंगे। उन्होंने सभी जोधपुर वासियों से इस निःशुल्क कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है। यह एक ऐसा अवसर है जो किसी भी रंगमंच प्रेमी के लिए एक यादगार पल रहेगा।
अन्य खबरें...