सालवा कला में निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर, 205 रोगियों को मिला लाभ
आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने गोद ग्राम में किया आयोजन, योग और प्राकृतिक चिकित्सा का भी हुआ समावेश।
जोधपुर। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति प्रोफेसर (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के मार्गदर्शन में आज बुधवार को विश्वविद्यालय के गोद ग्राम सालवा कला में एक निःशुल्क आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में लगभग 205 ग्रामीणों ने लाभ उठाया।
संजीवनी चिकित्सालय के अधीक्षक प्रो. गोविंद प्रसाद गुप्ता ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामवासियों को आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के स्वास्थ्य लाभों से अवगत कराना था। शिविर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का उपचार किया गया, जिनमें कमर दर्द, साइटिका, श्वास-कास, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अनिद्रा, संधिवात, आमवात, जानुशूल (घुटनों में दर्द), कब्ज, श्वेतप्रदर, अर्श, और अफीम/तंबाकू जन्य विषाक्तता शामिल हैं।
शिविर में डॉ. दिलीप कुमार व्यास (असिस्टेंट प्रोफेसर, पंचकर्म विभाग) और शिविर सह-प्रभारी डॉ. निवेदिता मिश्रा (आवासीय चिकित्सा अधिकारी) के नेतृत्व में कायचिकित्सा स्नातकोत्तर अध्येता डॉ. सिमरन, डॉ. राजवीर मीणा सहित अन्य चिकित्सकों ने रोगियों का उपचार किया।
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंद्रभान शर्मा ने बताया कि हरिद्वार के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद और ज्योतिष विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. गजेन्द्र कुमार, पुणे के प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. पूजा और डॉ. हेमलता परिहार तथा स्नातक अध्येता मोनिका, करिश्मा, प्रदीप सारण, राहुल, हर्षिता, और जय श्री ने एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर और इन्फ्रा रेड थेरेपी जैसी तकनीकों का उपयोग करते हुए रोगियों का उपचार किया।
नर्सिंग कर्मी सुरेश बिश्नोई, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ उम्मेदाराम, और ड्राइवर प्रदीप आदि ने शिविर में सहयोग प्रदान किया। शिविर के सफल संचालन में सरपंच रामेश्वरी थोरी, सरपंच प्रतिनिधि सुरताराम थोरी और मास्टर मोहनदास थोरी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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