ऐन्जल बोहरा की 53वाँ शिवम् नाट्यालय में आरंगेत्रम नृत्य प्रस्तुति

ऐन्जल बोहरा की 53वाँ शिवम् नाट्यालय में आरंगेत्रम नृत्य प्रस्तुति

19 जनवरी को जोधपुर के टाउन हॉल में होगा भव्य आयोजन

कराटे चैंपियन और प्रतिभाशाली नृत्यांगना ऐन्जल ने हासिल की बड़ी उपलब्धि

जोधपुर शहर में कला और संस्कृति का एक अनोखा संगम होने जा रहा है। शिवम् नाट्यालय का 53वाँ आरंगेत्रम 19 जनवरी, 2025 को जोधपुर के टाउन हॉल में आयोजित किया जाएगा। इस खास अवसर पर जोधपुर की प्रतिभाशाली युवा नृत्यांगना ऐन्जल बोहरा अपना भरतनाट्यम आरंगेत्रम प्रस्तुत करेंगी। यह आयोजन न केवल ऐन्जल के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है बल्कि जोधपुर की कला जगत में भी एक बड़ी उपलब्धि है।

कराटे चैंपियन से भरतनाट्यम (नृत्यांगना) कलाकार तक का सफ़र

केवल 14 वर्षीय ऐन्जल बोहरा का जन्म जोधपुर में वर्ष- 2010 में हुआ था। वह श्री अरबिंदो स्कूल में नवमी कक्षा की छात्रा हैं। ऐन्जल ने अपने शानदार शैक्षणिक प्रदर्शन के साथ-साथ कई क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। शिक्षा के साथ-साथ ऐन्जल को नृत्य, लेखन और कराटे में गहरी रुचि है। उनकी प्रतिभा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने वर्ष 2023 में ब्लैक बेल्ट की उपाधि प्राप्त की है। इसके अलावा, ऐन्जल ने वर्ष 2019 में चौथे अंतर्राष्ट्रीय मार्शल आर्ट्स प्रतियोगिता (4 आईमास, जयपुर) में स्वर्ण पदक और वर्ष 2024 में 68वीं राजस्थान राज्य स्तरीय कराटे चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया।

ऐन्जल सिर्फ़ एक कराटे चैंपियन ही नहीं, बल्कि एक कुशल नृत्यांगना भी हैं। मात्र 5 वर्ष की आयु में उन्होंने गुरु डॉ. मंजूषा चन्द्रभूषण सक्सेना के मार्गदर्शन में भरतनाट्यम सीखना शुरू कर दिया था। उन्होंने पूरी लगन और समर्पण के साथ इस नृत्य शैली में महारथ हासिल की है और विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियाँ दे चुकी हैं। वर्षों की कठिन साधना और लगन के बाद, अब वे अपने आरंगेत्रम के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन करने और अपनी गुरु को सम्मान अर्पित करने को तैयार हैं। 19 जनवरी को होने वाले आरंगेत्रम के साथ ही ऐन्जल स्नातक समकक्ष उपाधि प्राप्त करेंगी।

अपनी सफलता का श्रेय ऐन्जल अपनी गुरु डॉ. मंजूषा चन्द्रभूषण सक्सेना और अपनी नियमित सहज योग साधना को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग मानती हैं और अपनी ऊर्जा का स्रोत मानती हैं। यह उपलब्धि उनके परिवार के लिए भी गर्व का विषय है।

उनके पिता, नितिन बोहरा, ल्यूसिङ आउटसोर्सिंग सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, जोधपुर में सीनियर एनालिस्ट हैं, जबकि ऐन्जल की माता, इंजीनियर अंजलि बोहरा, एमबीएम विश्वविद्यालय, जोधपुर में पीएचडी स्कॉलर हैं। पूरे परिवार का समर्थन और प्रोत्साहन ऐन्जल के इस सफ़र में एक महत्वपूर्ण आधार रहा है। ऐन्जल के परिवार और उनके गुरुजन इस उपलब्धि पर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। यह आरंगेत्रम न केवल ऐन्जल के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि जोधपुर की कला और संस्कृति के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण है। 19 जनवरी को होने वाले आरंगेत्रम में ऐन्जल के प्रदर्शन का सभी को बेसब्री से इंतज़ार है।


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