हिंसा की आग में झुलसे पत्रकार!
टोंक में नरेश मीणा की गिरफ़्तारी के बाद भड़की हिंसा, पीटीआई के रिपोर्टर और कैमरापर्सन घायल।
टोंक। जिले से एक बेहद चिंताजनक खबर आ रही है जहाँ निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद भारी हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में पीटीआई के पत्रकार व कैमरापर्सन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
पुलिस द्वारा कांग्रेस के बागी उम्मीदवार नरेश मीणा के समर्थकों को धरना देने से रोकने के प्रयास के बाद हिंसा शुरू हुई। इससे पहले, बुधवार को मीणा ने चुनावी ड्यूटी पर तैनात एसडीएम मालपुरा अमित चौधरी को सरेआम थप्पड़ मार था, जिसके बाद उनकी गिरफ़्तारी हुई।
नरेश मीणा की गिरफ़्तारी के बाद उनके समर्थकों ने आक्रोशित होकर जमकर उत्पात मचाया। इसी दौरान पीटीआई के रिपोर्टर अजीत शेखावत और कैमरापर्सन धर्मेंद्र कुमार, जो वहां कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का इंटरव्यू लेने की तैयारी कर रहे थे, हिंसक भीड़ के निशाने पर आ गए।
भीड़ ने दोनों पत्रकारों पर हमला बोल दिया। अजीत शेखावत की बाईं आंख के नीचे गंभीर चोट आई है, उन्होंने इस घटना का एक वीडियो अपने दिल्ली मुख्यालय में संपादकों को भेजा है। वीडियो में शेखावत ने बताया कि उनके साथी धर्मेंद्र कुमार को सिर पर गंभीर चोट लगी है और उनकी बांह के टूटने का भी संदेह है। दोनों घायल पत्रकारों को एक सहयोगी के वाहन से सवाईमाधोपुर अस्पताल ले जाया गया।
यह घटना प्रेस की स्वतंत्रता पर एक गंभीर हमला है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं। इस घटना से राजनीतिक माहौल और तनावपूर्ण हो गया है। हम आपको इस घटना के ताज़ा अपडेट्स देते रहेंगे। स्वर्णदीप रिपोर्टर के साथ बने रहें।
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