पारंपरिक चिकित्सा पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन
भारत और फिलीपींस के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान पर जोर।
जोधपुर। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति प्रोफेसर (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के मुख्य आतिथ्य में फार्माकोपिया कमीशन फॉर इंडियन मेडिसिन एंड होम्योपैथी (पीसीआईएम एंड एच), गाजियाबाद में आयोजित 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह संपन्न हुआ।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत और फिलीपींस के बीच पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में आपसी सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था। समापन समारोह की अध्यक्षता डॉ. रमन मोहन सिंह, निदेशक, पीसीआईएम एंड एच गाजियाबाद ने की।
मुख्य अतिथि प्रो. प्रदीपकुमार प्रजापति ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की प्रासंगिकता और वैश्विक स्तर पर उनकी बढ़ती स्वीकार्यता पर जोर दिया। उन्होंने इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आयुर्वेद और होम्योपैथी में गुणवत्ता और मानकीकरण के लिए आवश्यक बताया।
अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. रमन मोहन सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देगा। उन्होंने प्रतिभागियों को इन विधाओं में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और परीक्षण प्रक्रिया अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं के मानकीकरण, गुणवत्ता नियंत्रण और परीक्षण प्रक्रियाओं पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने फार्माकोपियल मानकों और विधियों पर व्याख्यान दिए।
समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पीसीआईएम एंड एच और भारत-फिलीपींस सहयोग कार्यक्रम के आयोजकों ने आभार व्यक्त किया।
मीडिया प्रभारी, डॉ. दिनेश चंद शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम से भारत और फिलीपींस के बीच पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूती मिलेगी और नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।
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