Electricity Corporation contract worker dies of electric shock, family members surround the office. जोधपुर विद्युत निगम ठेकेकर्मी की करंट से मौत।

पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग।

जोधपुर। विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के ठेकेकर्मी सुभाष विश्नोई की करंट लगने से मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों और समाज के लोगों ने निगम के मुख्य प्रबंधक कार्यालय का घेराव किया।

परिजनों का आरोप है कि निगम की लापरवाही के कारण सुभाष की मौत हुई। उनका कहना है कि सुभाष परिवार में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति थे और उनकी असमय मौत से परिवार पर गंभीर संकट आ गया है।

परिजनों की मुख्य मांगें :

* पीड़ित परिवार को पर्याप्त आर्थिक सहायता।
* सुभाष की पत्नी को सरकारी नौकरी।
* घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया       जाए।

सुभाष विश्नोई की दो बेटियां हैं, निहारिका (7 वर्ष) और ऋहांशी (8 माह) और उनके वृद्ध माता-पिता और एक बड़ा भाई भी हैं। भाई की कोविड-19 में मौत हो गई थी और परिवार की जिम्मेदारी सुभाष पर निर्भर थी।

घेराव में बिश्नोई समाज के प्रतिनिधियों के अलावा जिला परिषद उप जिला प्रमुख विक्रम बिश्नोई और अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया भी मौजूद थे।  शैतान राम, पूषाराम बेनीवाल, श्रवण बेनीवाल, रामप्रताप फौजी, बंशीलाल, किशनाराम विश्नोई, सुनील और अशोक समेत कई प्रबुद्धजन शामिल थे।

बिश्नोई समाज ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। मुख्य प्रबंधक जयपुर में हैं और उनके साथ टेलीफोनिक वार्ता जारी है। स्थानीय अधिकारियों ने मामले को प्राथमिकता से हल करने का आश्वासन दिया है।

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