अनिता चौधरी हत्याकांड: शव के अंतिम संस्कार का विरोध, बेटे की आत्मदाह की चेतावनी
परिजन और जाट समाज कर रहे हैं न्याय की मांग।
जोधपुर। अनिता चौधरी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद भी परिजन और जाट समाज शव के अंतिम संस्कार का विरोध कर रहे हैं।
मृतका अनिता के बेटे राहुल चौधरी ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने या अन्य सामाजिक संस्था के द्वारा जबरन शव का अंतिम संस्कार किया, तो वह पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगा। उनका आरोप है कि पुलिस ने अभी तक नामजद आरोपी तैयब अंसारी को गिरफ्तार नहीं किया है। अनिता के पति मनमोहन ने कहा है कि पत्नी की मृत्यु के बाद इकलौता पुत्र भी आत्मदाह कर लेगा, तो खुद के जीवित रहने का कोई मतलब नहीं देखते हैं।
परिजनों का कहना है कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है और जब तक तैयब अंसारी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने गुरुवार रात उन्हें जबरन उठाने का प्रयास किया था।
इससे पहले, अनीता की सहेली सुनीता सेन ऊर्फ सुमन की रिकॉर्डिंग सामने आई थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि तैयब अंसारी ने ही अनीता को गायब करवाया है। पुलिस ने तैयब को पूछताछ के बाद जेल भेजा था, लेकिन उन्हें जमानत मिल गई है।
अनीता चौधरी की 27 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी और उनका शव 6 टुकड़ो में 10 फ़ीट गहरे गढ़े से 30 अक्टूबर को बरामद हुआ था। इस मामले में ग्रीन सिटी चोखा गंगाणा जोधपुर निवासी गुलामुद्दीन फ़ारूक़ी को मुख्य आरोपी बनाया गया।
मुख्य आरोपी और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी और पुलिस रिमांड:
* मुख्य आरोपी ग़ुलामुद्दीन फ़ारूक़ी को 8 नवंबर को मुंबई से गिरफ्तार किया गया ओर 7 दिन का पुलिस रिमांड लिया। इस रिमांड के पूरा होने पर कोर्ट ने पुलिस रिमांड 7 दिन और बढ़ा दिया।
* उनकी पत्नी आबिदा परवीन को 31 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया और पुलिस रिमांड पर लिया गया।
* आबिदा परवीन वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जेल में है।
हत्या की जांच:
* पुलिस ने हत्या के पीछे की प्रेरणा का खुलासा नहीं किया है।
* 27 अक्टूबर से 17 नवंबर तक, पुलिस हत्या के रहस्य का आधिकारिक खुलासा करने में विफल रही है।
लाश का पोस्टमॉर्टम:
* अनिता की लाश के टुकड़ों का 14 नवंबर को पोस्टमॉर्टम किया गया।
* पोस्टमॉर्टम के तीन दिन बाद भी, लाश के टुकड़े एम्स की मोर्चरी में रखे हुए हैं।
* जोधपुर में एक शव का ऐसा अपमान पहले कभी नहीं हुआ है।
जांच में बदलाव:
* जांच अधिकारी दिलीप सिंह के अस्वस्थ होने के कारण प्रकरण की जांच बदल दी गई है।
* डीसीपी राजर्षि राज वर्मा ने जांच अधिकारी बदलने के आदेश जारी किए।
* जांच एडीसीपी सुनील के. पंवार को सौंपी गई है, और एसीपी छवि शर्मा और सब इंस्पेक्टर विश्राम मीणा उनकी सहायता करेंगे।
* एडीसीपी सुनील के. पंवार मुख्य आरोपी को कड़ी सुरक्षा में मुंबई लेकर गए हैं।
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