एक पेड़ देश के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी और पौध उत्सव आयोजित
जोधपुर। मसूरिया स्थिति वीर दुर्गादास राठौड़ स्मृति स्थल, मारवाड़ की शौर्य गाथा के प्रतीक स्थल पर रविवार सुबह पौध रोपण उत्सव का आयोजन हुआ। साथ ही शहर में किस तरह लघु पर्वतों, खाली स्थानों को सुरक्षित एवं संरक्षित कर कीट पतंग, सर्प, पक्षियों और वनस्पतियों का शानदार मॉडल स्थापित किया जा सकता है, इस विषय पर सारगर्भित चर्चा भी की गई। इस पौध रोपण उत्सव में बताया गया कि शहर ने पिछले दो दशकों में क्या खोया, क्या पाया ? इसके अलावा मौसमी किट पतंगों और तितलियों के विषय पर भी बातचीत की गई। शहर की संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने इस पौधरोपण उत्सव में भाग लेते हुए शहर की जैव विविधता को समझा। शहर के इको सिस्टम को कैसे जीवंत किया जाता है, कैसे इस विषय को समझ कर कार्य किया जाना चाहिए तथा आने वाले समय में पौधों, पक्षियों, तितलियों और वन्य जीवों के शरण स्थल के रूप में विकसित करने पर गहन विचार भी किया गया।
कार्यक्रम में वीर दुर्गादास राठौड़ समिति के सचिव भागीरथ वैष्णव ने विविध संस्थाओं के प्रतिनिधियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि श्रीमती सीमा शर्मा, उपनिदेशक शिक्षा विभाग, लायन्स क्लब जोधपुर अध्यक्ष अनिल जैन, रोटरी क्लब जोधपुर अध्यक्ष डॉ. अरविंद जैन को पुष्प गुच्छ भेंट किया और दुर्गादास राठौड़ प्रतिमा का पूजन भी किया गया। इस मनोरम पहाड़ी पर रोटरी क्लब, लायन्स क्लब, जोधपुर द्वारा पेड़ के रूप में विकसित होने वाले पौध और एमपीएस ग्रुप द्वारा बेल पौध उपलब्ध कराएं गए।
इसके पश्चात सेमिनार हॉल में बीस वर्षों में शहर ने क्या खोया? क्या पाया विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें यूथ अरण्य वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू एंड कंजर्वेशन ग्रुप के अध्यक्ष शरद पुरोहित ने बताया कि शहर की ये हरी-भरी पहाड़ी मानव मनोरंजन स्थल ही नहीं बल्कि एक समृद्ध पक्षी आश्रय स्थल भी है, साथ बढ़ते हुए शहरीकरण में ऐसा द्वीप है जो मुफ्त में प्राण वायु का स्त्रोत भी है।
कार्यक्रम संयोजक मनीष सोलंकी ने शनिवार को एक अपील की थी कि कैटर पिलर ने बुलाया है, आइए मिलने और जानिए कैसे ग्रास लैंड उपयोगी होता है लघु जीवों के लिए, कुछ सहभागी बच्चों संग तितलियों और उनके कैटर पिलर से मिलने आ गए, जो वाकई अलग रोमांच था।
साहित्यकार हरिप्रकाश राठी ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए। अमरूद का पेड़ लघु कथा सुनाई। प्लांटेशन एक्सपर्ट नरेंद्र शर्मा ने बताया कि कौनसे पौधे कब लगाएं और कितने समय तक सुरक्षा देने से वे स्वावलंबी बन सकते हैं। कार्यक्रम में भरत जैन, ओम सारडा, संभाग संयोजक एक पेड़ देश के नाम, शिक्षा विभाग, अभिनव परिहार, सुरेंद्र भार्गव वरिष्ठ सदस्य रोटरी क्लब, कमलकांत पुरोहित, नील महल हेरिटेज ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समिति द्वारा अल्पाहार व्यवस्था की गई ।कार्यक्रम संचालन सचिव भागीरथ वैष्णव द्वारा किया गया।
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