गोलबिल्डिंग गणेशजी की अदालत में दुबई के कारोबारी ने लगाई मन्नत की अर्जी
जोधपुर। शहर के गोलबिल्डिंग चौराहे पर पिछले 30 सालों से गणेश चतुर्थी से अनन्तचतुर्दशी तक गणेश उत्सव का आयोजन होता आया है। इस बार भी यहाँ पर गणेश उत्सव चल रहा है। शहर भर में 200 से ज्यादा भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएँ लगी है। हर गणेश प्रतिमा की अलग-अलग कहानी है। कहीं पर सिर्फ गणेश जी की पूजा हो रही है, तो कहीं पर 10 बजे तक चलने वाले इस उत्सव के तहत् विविध धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन हो रहे है। इन सबके बीच गोलबिल्डिंग चौराहे पर भगवान गणेश जी की एक ऐसी प्रतिमा की स्थापना की जाती है। जिसकी पूजा सिर्फ 10 दिन तक ही नहीं बल्कि पूरे साल भर होती है। इस अनोखी गणेश प्रतिमा की भी अपनी एक अनूठी कहानी है। माना जाता है कि 10 दिन के इस उत्सव में यहाँ पर सिर्फ भक्त पूजा-अर्चना के लिये ही नहीं बल्कि अपनी मनोकामना पूरी करने की मन्नत लेकर आते है और भगवान गणेश अपने इन भक्तों की झोली को खुशियों से भरते भी है। यहाँ पर पहले शहर के लोग मन्नत के नारियल के साथ अपनी अर्जी लगाते थे लेकिन अब विदेश में बैठे लोग भी गोलबिल्डिंग चौराहे पर स्थापित भगवान गणेश की इस प्रतिमा के आगे अपनी अर्जी लगाने लगे।
गोलबिल्डिंग चौराहे पर स्थापित गणेश उत्सव स्थल पर इस बार दुबई के एक कारोबारी राजा केलवानी और उनके पुत्र अक्षत केलवानी ने भगवान गणेश की अदालत में मन्नत की अर्जी लगाई है। ऐसा नहीं है कि दुबई के यह पहले कारोबारी है, जिन्होंने यहाँ पर मन्नत की अर्जी लगाई है। उसके पूर्व भी एक अन्य कारोबारी ने भी मन्नत की अर्जी भगवान श्री गणेश की अदालत में लगाई थी। जिसकी झोली को भगवान श्री गणेश ने खुशियों से भर दिया था। राजा केलवानी ने भी इस बार अपने कष्ट निवारण के लिये गणेश की इस अदालत में नारियाल के साथ मन्नत की अर्जी लगाई है। गणेश महोत्सव समिति के प्रवक्ता अरूण माथुर ने बताया कि गोलबिल्डिंग क्षेत्र में पिछले 30 साल से गणेश उत्सव का आयोजन होता रहा है। यहाँ पर स्थापित गणेश प्रतिमा शहर की पहली ऐसी प्रतिमा है, जो कि अष्ट धातु से निर्मित है और यह 51 किलो वजन की है। उन्होंने बताया कि अष्ट धातु से बनी इस प्रतिमा की पूजा-अर्चना केवल 10 दिन तक ही नहीं बल्कि पूरे 365 दिन होती है और यही कारण है कि भगवान श्री गणेश इस प्रतिमा के आगे कोई दीनदुखी अपनी पीड़ा को दूर करने की मन्नत मांगता है, तो भगवान गणेश उसकी मनोकामना को पूरा करने के लिय भक्त की पीड़ा को हर लेते है और भक्त की झोली को खुशियों से भर देते है। अरूण माथुर ने बताया कि भगवान गणेश की अदालत में इस बार दुबई के कारोबारी राजा केलवानी और उनके पुत्र अक्षत केलवानी ने नारियल के साथ अर्जी लगाई है। राजा केलवानी ने अपनी इस अर्जी में भगवान गणेश से प्रार्थना की है कि वे उनको शारीरिक पीड़ा से मुक्ति दिलाये। इससे पहले यहाँ पर दुबई के एक व्यापारी योगेश आसवानी ने भी घरेलू हिंसा से मुक्ति पाने के लिय गणेश जी की अदालत में अर्जी लगाई थीं और भगवान गणेश ने उनकी पीड़ा को भी हरते हुए दुःखी भक्त की झोली को खुशी से भर दिया था। तब से यहाँ पर गणेश जी की इस अदालत में विदेशी लोग भी अपनी अर्जियां लगाने लगे है।
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